Thursday, 11 June 2015

कलवारी के :: Bhajan | Kalvari ke pas

कलवारी के पास खड़ा हू खून की धार को देखता जा      
तेरे पापों का यही दम दिया है मसीह यीशू ने
हर एक आँख उसे देखेगी देखेगी बदलो पेर आते हुए
छेड़ा था जिन्होने उसे छाती पीट कर सिजदा करेंगे 

यह हुआ सब तेरे लिए तूने भी उसे छेड़ा था
फिर भी प्यार से वो बोला था जाता क्यो नही पास उसके

ई नादान क्यो जाता उदास गर तू खून चश्मे मे नहा
सारे दाग मिटा पपो को रहेगा आराम खुशी से

जल्दी वखत गुज़रता जाता है लटना अंधेरी आते है
तौबा का दरवाजा होगा बाँध कुछ ना होगा फिर पछताने से